जब तक इन्शान ठोकर नही खाता ना, तब तक वो संभालना नही सीखता।
राजू बहुत ही गरीब परिवार का था। उसके घर मे उसके साथ उसके माँ बाबा ओर इसके छोटी बहन रहती थी। उसके पापा ने का काम करते थे। पुराने जमाने के होने के कारण उनके पास केवल बूढ़े ओर कुछ 40-50 वर्ष के बीच के ही लोग बाल कटवाने आते थे। बस उसी आमदनी से उसका घर चलता था। माँ गृहणी थी, ओर बहन 12 क्लास में थी। राजू ने अभी अभी ही कॉलेज में ऐडमिशन लिया था,उसकी पूरी फीस स्कॉलरशिप से काट रही थी।
स्कूलों की लाइफ से निकल कर कॉलेज में प्रवेश करने का कुछ अलग ही मजा होता है, हर तरफ मस्ती ही मस्ती पड़ना हो तो पड़ो नही तो मस्ती करो कोई रोकने वाला नही था।
राजू भी इस माहौल में अच्छे से ढल गया था। खूब मस्ती करता और घूमता फिरता ही रहता था । पैसे की कोई कमी नही थी ,क्योकि उसके पास मालदार दोस्त जो थे। जो उसके हर एक खर्चे को उठाने को तैयार रहते थे, राजू उन साब का लीडर था।
कॉलेज लाइफ में प्यार न हो ऐसा कैसे नही होता। राजू की लाइफ में एक लड़की ने एंट्री मेरी नाम था सारा।पहली ही नजर में अपना राजू को उससे प्यार हो गया। पर लड़की ने कभी उसको लाईन नही दिया। अब वही हो रहा था जो हर एक कहानी में होता है, राजू उसको पटाने की कोशिश करता रहा और वो उसको भाव तक नही दे रही थी।
अब सब तो जानते है प्यार का बुखार कैसा होता है, राजू ने एक दिन थान ही लिया आज तो मैं उसको प्यार का इजहार करके ही रहुगा। राजू ओर उसके दोस्तों ने भी प्लान बना लिया कि उसको कैसे भी करके राजू के करीब लेकर आया जाए।
अब काम को भी अंजाम देना था इसलिए सब लोग उसके आने का रास्ता देखने लगे। कुछ ही देर बाद वह कॉलेज आयी, जैसे ही गेट के पास पहुची उसके दोस्तों ने उसको उठा कर कार में गया और वो बहुत चिलाने लगी । उसके दोस्तों ने उसको बहुत धमकाया की राजू से प्यार कर ले। और परेशान होकर उसने हा बोल दिया । उसके दोस्तों ने फिर उसे बडे प्यार से कॉलेज छोड़के चले गए। सारा बहुत ही डर गई थी। उतने में राजू वह उसके पास आया और प्यार का इजहार करने लगा।
जैसे ही उंसने उसे फूल दिया सारा ने फेक दिया और उसको एक खिंच के चाटा मारा और कहा "तुम क्या सोचता हो तुम मुझे अपने दोस्तों से डराओगे तो मैं डर जाओगी। नही तुमने बहुत गलत सोचा राजू, मैं उन लड़कियों जैसी नही हु जो बिना सोचे समझे किसी के भी प्यार में फास जाती है और अपना जीवन बर्बाद कर लेती है।
राजू तुम भले ही गलत समझो मुझे पर ये बताना जरूरी है। राजू तुम्हारी हैसियत मुझ लायक नही है , तुम्हारे पापा बड़ी मेहनत से लोगो के बाल काटकर पैसा कमाकर तुम्हारा परिवार चलते है और तुम अपने दोस्तों के साथ यह मौज मस्ती कर रहे हो।
एक बात याद रखना सच्चा दोस्त वही होता है जो गलत करने से रोके ओर अच्छा काम करने को कहे ओर मदद करे। मैं ये नही कह रही कि तुम्हारे दोस्त बुरे है, वो भी बहुत अच्छे है पर उनको अच्छी राह पर चलने वाला दोस्त नही मिला।
तुम मेरी इन बातों को भले ही कटुवचन मानो पर यही सही है, जरा सोचो मैं तुमसे प्यार कर भी लेती हूं तो उससे क्या होगा। बस तुम मेरे प्यार में पागल होकर कॉलेज की पढ़ाई लिखाई छोड़ दोगे , दिन भर मेरे बारे में ही सोचते रहना। तुम्हारा भविष्य ओर तुम्हारे माँ बाप के सपने उनका भरोसा सब इस प्यार के आगे कुर्बान कर दोगे।
राजू पहले तुम अपने अपने परिवार वालो के सपने पूरे करो, उनको तुमसे जो उम्मीद है उनको पूरी करो। रब ने चाहा हो मैं तुम्हे जरूर मिलूँगी।
राजू सारा की बातों को सुनकर पानी पानी हो गया।और कॉलेज से घर गया। घर पहुचकर पहली बार उसने अपनी का प्यार को महसुस किया जो अपने कमजोर हाथो से उसके लिए खाना बना रही थी। कुछ देर बाद उसकी छोटी बहन स्कूल से आई तो भैया को देखकर खुश हो गयी। राजू को अब महसूस हुआ कि मुझसे इनको बहुत ही उम्मीदे है।
रात को जब वह टीवी देख रहा था, की अचानक दरवाजे टोकने की आवाज आई । जैसे ही उंसने दरवाजा खोला सामने उसके पापा थे जो कि इतनी ठण्ड में दुकान से घर आये थे।
अब तो राजू पूरी तरह से टूट चुका था।
राजू जब दूसरे दिन कॉलेज गया, अब वो बिल्कुल ही बदल चूका था। उंसने सबसे पहले अपने दोस्तों को बताया कि उसपर कितनी बड़ी जिम्मेदारी है इसलिए वो अब पड़ेगा अपने लिए नही अपने घर वालो के लिए। ओर उंसने सारा का भी धन्यवाद किया।
कुछ सालों बाद............…......
ये तो बाद में पता चलेगा पहले मुझे येतो पता चल जाये आपको हमारी कहानी कैसी लगी । अछि लगे तो लाइक करना और कोई कमी हो तो बता देना। thankyou for reading.
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